मैं सपने हिंदी में देखती हूँ ,प्रार्थना हिंदी में करती हूँ
और मुझे आशीर्वाद भी हिंदी में दिए जाते है
तो फिर मैं हिंदी का सम्मान क्यूँ न करू ?
दूसरी भाषाओँ के मुकाबले मैं हिंदी में खुदको
और समाज को अच्छी तरह अभिव्यक्त कर पाती हूँ|
हिंदी मेरी मातृभाषा है| हिंदी मुझे सम्मान दिलाती है
तो फिर मैं हिंदी का सम्मान क्यूँ न करूँ?
सुंदर अभिव्यक्ति ...हिंदी है हमारी अपनी भाषा जिसमें हम सोचते हैं और विकसित होते हैं ।
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