बहुत दिनों से ब्लॉग पर कोई पोस्ट नहीं लिखी तो सोचा की क्यूँ न आज कुछ पुराने पन्ने पलट कर देखे जाये|यहाँ में लेकर आई हूँ उन सभी पोस्ट की झलकियाँ जिन्हें आपने सराहा|कुछ रचनाओं को ज्यादा कमेंट्स मिले तो कुछ को ज्यादा पेज व्यू |कुल मिलाकर यह सफर यादगार रहा|एक अच्छा ब्लॉगर कहलाना मेरा सपना है,अब तो उस दिन का इन्तजार है जब मुझे लोग एक अच्छी ब्लॉगर कहें|आप सभी के आशीर्वाद से|
आती हर रोज सुबह
पर हमें है उस सुबह का इंतजार
जब सब देश एक होंगे
और बनेगा प्यारा संसार|
न होगी नफ़रत की दीवार
बस होगी खुशियों की बौछार
हमें है उस सुबह का इंतजार
जब सब देश एक होंगे
और बनेगा प्यारा संसार|
हर रचना को लिखे जाने का अपना एक महत्वपूर्ण कारण होता है , चाहे वह रचना कितनी ही साधारण से साधारण क्यूँ न हो |भगवान ने कुछ शब्दों को हम पर उतारा है तो जरूर इसके पीछे कुछ ना कुछ उद्देश्य छिपा है |
ईश्वर के बनाये नियमों को
तोड़ दिया इंसानों ने
दुनिया की मिलती राहों को
मोड़ दिया इंसानों ने |
राह एक थी मोड़ बन गए
देश कट गए,झंडे बंट गए
एक ईश्वर को कई धर्मों मैं
बाँट दिया इंसानों ने |
एक विश्व को बंटवारे का
कोढ़ दिया इंसानों ने |
हम है सिपाही हम है सिपाही
देश की रक्षा करने निकले
आजादी है हमने चाही|
भारत माँ के रक्षक है हम
माँ के बेटे बहनों के भाई
हम है सिपाही हम है सिपाही|
आज नेट सर्फिंग के दौरान एक ब्लॉग द्वारा हाइकु से मेरा परिचय हुआ|कविता के इस जापानी रूप को देखकर, मुझे भी लगा की मैं हाइकु लिखूं|पर दिखने में चंद यह पंक्तिया लिखना बिल्कुल भी आसन काम नहीं है|फिर भी कोशिश करने मे क्या हर्ज है|
एक रौशनी दिखी जो, आशा जगा गयी,
जीवन की ज्योत जैसे, हमे थमा गयी|
समाज से कुछ लिया तो,कुछ लोटायें हम
एक सपना नया हमको दिखा गयी|
१. घर
पंछी लौटते
घौंसले में है बच्चे
घर आ गया |
अ, आ, इ, ई, उ, ऊ
इन शब्दों मे है जादु|
'अ' से पुरे करो अरमान
'आ' से छुलो आसमान
'इ' से इज्जत करो सबकी
'ई'से सीखो ईमानदारी
माँ ने दिया है जन्म हमें
माँ ने ही है पाला
माँ ने दिए संस्कार हमें
माँ ने जीवन में भरा उजाला|
छोटी उम्र में ही बहुत अच्छा लिखती हैं आप.
जवाब देंहटाएंअच्छा लगा पढ़कर.
बहुत सुंदर..... नेहा बहुत अच्छी रचनाएँ हैं..... हमेशा लिखती रहो ...शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंneha keep it up very nice
जवाब देंहटाएंHi Neha,
जवाब देंहटाएंYour writings are impressive. Lage raho.
नेहाजी बहूत अछी कविताएँ हे लगे रहो
जवाब देंहटाएंपहली बार आपके ब्लॉग पे आना अच्छा ही हुआ...सारे पुराने पोस्ट्स की झलकियाँ मिल गयी :)
जवाब देंहटाएंअच्छा लिखा है..