आज नेट सर्फिंग के दौरान एक ब्लॉग द्वारा हाइकु से मेरा परिचय हुआ|कविता के इस जापानी रूप को देखकर, मुझे भी लगा की मैं हाइकु लिखूं|पर दिखने में चंद यह पंक्तिया लिखना बिल्कुल भी आसन काम नहीं है|फिर भी कोशिश करने मे क्या हर्ज है|५+७+५ अक्षरों के संयोजन से बनने वाले हाइकु पेश कर रही हूँ|
१. पंछी चहके
चहकता चमन
चहके हम |
२. सर उठाके
चल रहे थे हम
लो गिर पडे|
अभी के लिए इतना ही| कहा न यह लिखना बिल्कुल भी आसन काम नहीं है| क्या में हाइकु सही तरह लिख पाई|जरुर बताये|
१. पंछी चहके
चहकता चमन
चहके हम |
२. सर उठाके
चल रहे थे हम
लो गिर पडे|
अभी के लिए इतना ही| कहा न यह लिखना बिल्कुल भी आसन काम नहीं है| क्या में हाइकु सही तरह लिख पाई|जरुर बताये|
नियम और भाव दोनो से ही सही लग रहे हैं...अब तो और लिख ही डालिये. :)
जवाब देंहटाएंसुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,
दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ
खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..
दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!
-समीर लाल 'समीर'
सुन्दर हायकू है और लिखे
जवाब देंहटाएंदीवाली की शुभकामनाएँ
बहुत हायकू
जवाब देंहटाएंदीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ|
सुन्दर!!
जवाब देंहटाएं