याद करो वह बीते पल
जब माँ बाप की गोद में खेले थे
याद करो वह बीते पल
जब उनसे चलना सीखे थे
याद करो वह बीते पल
जब उन्होंने संस्कार दिए
याद करो वह बीते पल
जब तुम्हे खिलाया खुद भूखे रहे
याद करो वह बीते पल
जब तुम्हे पढाया लिखाया
तुम्हे काबिल इन्सान बनाया
तुम अब अपने परिवार में
उनका नाम क्यों भूल गए
उन्होंने तुम को सब कुछ दिया
तुम उनकी लाठी बनना भूल गए
तुमने उनको धुतकारा
उनका प्यार क्यों भूल गए?
उन्होंने अपना फर्ज निभाया
तुम अपना फर्ज क्यों भूल गए?
माँ बाप का नाम क्यों भूल गए?
माँ बाप का प्यार क्यों भूल गए?
दिल को छू जाने वाली रचना..... दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये
जवाब देंहटाएंsparkindians.blogspot.com
सुंदर लिखा ......दिवाली की शुभकामनायें
जवाब देंहटाएं