1/19/2018

वो जैसा चाहता है


 सूरज से जैसे नही किरणें जुदा 
मैं जिसकी रौशनी तले 
वो है मेरा खुदा 

हरदम साथ है मेरे 
मैं उसके साथ हूँ 
हरदम बंदगी करता 
मैं उसकी बात हूँ |

बड़ी ये बात है 
ऐसा फिर कैसे कहूँ ?
वो जैसा चाहता है 
वैसा ही बनकर रहूँ |

सभी की प्रेरणा बनना 
नहीं आसन है ,
उस की राह पर चलना 
निरंतर ध्यान है |

हो ना पाए कोई भी 
मुझसे खता ,
वो सुधार कर भी दे 
मेरी गलती बता |

मैं उसको मानता दिल से 
वो है मेरा खुदा |

सूरज से जैसे नही किरणें जुदा 
मैं जिसकी रौशनी तले 
वो है मेरा खुदा

हरदम साथ है मेरे 
मैं उसके साथ हूँ 
हरदम बंदगी करता 
मैं उसकी बात हूँ |

- नेहा मैथ्यूस 


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