3/03/2015

हाइकु ३


नीला आकाश
कोरा लग रहा है 
चलो रंग दे। 

२ 
रंगो में छिपा 
कहां है मेरा लाल 
होली में हाल। 

३ 
उड़े गुलाल 
आई फागुन बेला 
मचे धमाल। 

४ 
रंगों की थाल 
सुशोभित आँगन 
उत्सव आया।

                                                                      लेखक - नेहा मैथ्यूज़

1 टिप्पणी:

  1. बहुत ही सुंदर हाइकू। इस लिंक पर मेरी नई पोस्‍ट मौजूद है।

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