१
नीला आकाश
कोरा लग रहा है
चलो रंग दे।
२
रंगो में छिपा
कहां है मेरा लाल
होली में हाल।
३
उड़े गुलाल
आई फागुन बेला
मचे धमाल।
४
रंगों की थाल
सुशोभित आँगन
उत्सव आया।
लेखक - नेहा मैथ्यूज़
लेखक - नेहा मैथ्यूज़
बहुत ही सुंदर हाइकू। इस लिंक पर मेरी नई पोस्ट मौजूद है।
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