यह बात तब की है जब मेरा बेटा सोनू २ साल का था और उसका मुंडन संस्कार हुए कुछ ही दिन हुए थे | मुझे उस पर बहुत लाड आता और कभी बहुत हंसी आती | एक दिन की बात है हमारे यंहां एक अंकल आये जो गंजे थे उन्होंने टोपी पहन रखी थी | उन्होंने अपनी टोपी उतारी और सर पर हाथ फेरा , इधर मैंने भी अपने बेटे सोनू की टोपी उतारी और उसके सर पर हाथ फेरा और आदत के अनुसार उसे लाड करते हुए कहा "टोपी में से मोडा निकला "मेरे इतना कहते ही कमरे में मौजूद सभी लोगों का हँसते-हँसते बुरा हाल हो गया, मेरा और उन अंकल का चेहरा देखने लायक हो गया|
- लवलीना मैथ्यूस
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