11/28/2010

चिड़िया

दाना चुगती एक चिड़िया दूजी से बोली
सबको अच्छी लगती है हमारी बोली
सुबह-सुबह जब मिलकर चहचहाती है हम
लोग भूल जाते है अपने सारे गम
बच्चों के संग मिलकर माँ डाले दाना
सैर करते निहारे हमको नानी-नाना
इसी तरह सदा हम खुशियाँ फैलाए
आओ मिलकर फिर से हम चहचहाए |


6 टिप्‍पणियां:

  1. यकीनन चिड़ियों की चहकन अच्छी लगती है

    जवाब देंहटाएं
  2. नेहा जी

    अच्छी बाल कविता के लिए आभार और बधाई !

    शुभकामनाओं सहित
    - राजेन्द्र स्वर्णकार

    जवाब देंहटाएं
  3. अच्छी बाल कविता|धन्यवाद|

    जवाब देंहटाएं
  4. कल 22/08/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
    धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
  5. कोमल भाव ..अच्छी प्रस्तुति

    जवाब देंहटाएं
  6. अच्छा लिख रही हो ...शुभकामनायें !

    जवाब देंहटाएं